हरियाणा की हलचल पर मनोहर लाल खट्टर की पहली प्रतिक्रिया, ‘अगर संभावना बनी तो फ्लोर टेस्ट…’
हरियाणा के पूर्व सीएम और बीजेपी नेता मनोहर लाल खट्टर ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि अगर वो फ्लोर पर आएंगे और 33 विधायकों में से 23 को भी संभाल कर रख लें तो बड़ी बात होगी.
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता मनोहर लाल खट्टर ने दुष्यंत चौटाला की ओर से राज्यपाल को चिट्ठी लिखे जाने पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है. राज्य में सियासी संकट और राज्यपाल को लिखी चिट्ठी पर पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने साफ तौर से कहा है कि अभी अविश्वास प्रस्ताव की कोई संभावना नहीं बनती है लेकिन अगर संभावना बनेगी तो फ्लोर टेस्ट होगा.
सिरसा में मीडिया से बातचीत में पूर्व सीएम ने कहा, ”विपक्षी पार्टियां हैं उनको जो चीजें लिखनी हैं वो लिखें. उनका जो गणित है, अगर वो फ्लोर पर आएंगे और 33 विधायकों में से 23 को भी संभाल कर रख लें तो बड़ी बात होगी.”
अभी अविश्वास प्रस्ताव की कोई संभावना नहीं- मनोहर लाल
बीजेपी नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए आगे कहा, ”ऐसा नहीं है कि वे ही कुछ कर सकते हैं. हमारे भी संबंध कांग्रेस और JJP के लोगों से हैं. अभी अविश्वास प्रस्ताव की कोई संभावना नहीं बनती लेकिन अगर संभावना बनती है तो फ्लोर टेस्ट होगा.”
बीजेपी नेता जवाहर यादव का हमला
उधर, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के इस्तीफे की मांग करने वाले दुष्यंत चौटाला और भूपिंदर सिंह हुडा पर बीजेपी नेता जवाहर यादव ने हमला बोला है. उन्होंने कहा कि दुष्यंत चौटाला और हुड्डा परिवार किसी अन्य व्यक्ति को हरियाणा के सीएम के रूप में बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं. ये उन्हें पच नहीं रहा है. अगर ये कहते हैं कि सरकार अल्पमत में है तो मेरा निवेदन है कि विधायकों के हस्ताक्षर वाला पत्र राज्यपाल को सौंपे और फिर फ्लोर टेस्ट पर आने की मांग करें.
अभय चौटाला ने भी राज्यपाल को लिखी चिट्ठी
उधर, जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला के बाद इनेलो विधायक अभय चौटाला ने भी राज्यपाल को पत्र लिखा है. अभय चौटाला ने राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर राज्य में तुरंत राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग की है. उन्होंने दावा करते हुए कहा है कि मौजूदा सरकार के पास अब बहुमत नहीं है इसलिए बीजेपी को राज्य विधानसभा में फ्लोर टेस्ट पास करने के लिए कहा जाए. उन्होंने ये भी कहा है कि अगर मौजूदा वक्त में सदन का सत्र बुलाना संभव नहीं है तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए.
बता दें कि हरियाणा में 7 मई को 3 निर्दलीय विधायकों ने राज्य की नायब सिंह सैनी सरकार से अपना समर्थन वापस लेने की घोषणा की थी. जिसके बाद कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने और विधानसभा चुनाव कराने की मांग की है. उन्होंने बहुमत का भी दावा करते हुए विधायकों की संख्या भी गिनवाई है.