उत्तराखंड के जोशीमठ स्थित ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले एक अहम बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि वे उन नेताओं का समर्थन करेंगे जो गाय के अधिकारों के लिए खड़े होते हैं। शंकराचार्य ने कहा, “जो गाय के लिए खड़ा है, वही हमारा है और उसी को हम वोट देंगे। हम गौहत्या के सख्त खिलाफ हैं और जो इस मुद्दे पर समर्थन देगा, उसे ही हमारा समर्थन मिलेगा।”
भाजपा और प्रधानमंत्री पर निशाना
हालांकि, शंकराचार्य ने बिना नाम लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “हिंदू समाज ने तीन बार भरोसा कर पार्टी को सत्ता में लाया, लेकिन गौहत्या और गौमांस निर्यात में बढ़ोतरी हो गई। भारत जैसा गाय पूजक देश अब गौ मांस निर्यात में अग्रणी हो गया है। अब इस पर विचार करना आवश्यक है कि किस पर भरोसा किया जाए।”
गौहत्या के मुद्दे पर स्पष्ट रुख
शंकराचार्य ने कहा कि अब वह उसी नेता को समर्थन देंगे जो गाय के समर्थन में शपथ लेने से पहले ही उद्घोषणा करेगा। यदि बाद में वह अपने वादे से पीछे हटता है, तो वह खुद को गौहत्या के अपराध से मुक्त समझेंगे।
भाजपा विरोध पर स्पष्ट विचार
उन्होंने भाजपा विरोध को लेकर भी अपनी बात रखी और कहा, “भाजपा विरोधी होना कोई गुनाह नहीं है। कांग्रेस समेत कई पार्टियां भाजपा का विरोध करती हैं। यदि भाजपा का कोई गलत काम है, तो उसकी आलोचना करना गलत नहीं है। हमने कांग्रेस के खिलाफ भी आंदोलन किए हैं। इसलिए, हम सही को सही और गलत को गलत कहने में हिचकिचाएंगे नहीं।”
शंकराचार्य ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अच्छे कामों की भी उन्होंने प्रशंसा की है, लेकिन गलत कार्यों की आलोचना भी जरूरी है। उन्होंने कहा, “हमारे लोकतंत्र ने हमें अधिकार दिया है कि जो गलत हो, उसका विरोध करें।”